constants c programming language in hindi , सी प्रोग्रामिंग भाषा में कांस्टेंट उदाहरण के साथ

constants c programming language in hindi

constants c programming language in hindi , सी प्रोग्रामिंग भाषा में कांस्टेंट उदाहरण के साथ

variable और data types को हम पिछले पोस्ट में पढ़ चुके है

एक बार constants में store की गई value को पूरे प्रोग्राम में कहीं भी नही बदला जा सकता है|

अगर आप constant को variable से अलग लिखना चाहते है ताकि variable और constant में कंफ्यूज न होते तो आपको हमेशा constant को अंग्रेजी के uppercase letter या capital letter में लिखा जाना चाहिए |

जैसे आप math में प्रारंभ में variable x मान लेते है जो कि बाद में x बराबर क्या होगा दूसरे variable y के मान के अनुसार बदलता रहता है| उसी प्रकार c प्रोग्रामिंग में भी variable का मान बदला जा सकता है , लेकिन constant का नही जैसे की math में पाई का मान कभी नही बदलता तो आप इसे constant declare कर सकते है | तो इसी प्रकार आप अपने आवश्यकता अनुसार दोनों का प्रयोग कर सकते है

constant को कैसे declare किया है ? उसके विभिन्न तरीकों में से पहले तरीके को उदाहरण सहित देखते है| जिसमे हम const keyword का प्रयोग करके constant variable का declaration करेंगे

    
 #include <stdio.h>
 int main(){
 const float PI = 3.14;
 clrscr();
 printf("Value of PI %f ", PI);
 getch();
 return 0;
 }
    
    

अगर ऊपर दिए प्रोग्राम में constant के बारे में बात करें तो अब आप PI= 3.14 का मान प्रोग्राम में दुबारा कहीं भी नही बदला (PI=3.13 अनुमति नही) सकते है वही अगर आप const keyword हटा दें तो variable की value आप कभी value change(PI=3.13 अनुमति है) कर सकते है run टाइम में भी और compile time में भी

एक बात हमेशा ध्यान रखे कि constant को declare करते समय hi value दे देनी चाहिए क्योकि जब constant की value change ही नही होती तो मतलब नही होता value के constant के डिक्लेरेशन का | ऐसा आप variable में करते है क्योकि वह value change की जा सकती है | इसलिए constant से constant का ही काम ले

अब आइये constant को declare करने का दूसरा तरीका देखते है


#include<stdio.h>
#define PI 3.14
int main() {
    clrscr();
    printf(" Value of PI: %f", PI);
    getch();
    return 0;
}

जैसे कि आप ऊपर दिए उदाहरण में देख पा रहे होंगे PI 3.14 लिखा है यह constant डिफाइन करने का दूसरे तरीका है #define यह एक preprocessor directive है

constant values को डिफाइन करने के लिए #define directive macros का प्रयोग करता है

macros को आप ऐसे कह सकते है कि computer science में यह एक नियम या पैटर्न है , इसे आप एक नाम देते है जैसे ऊपर दिए उदाहरण के case में PI , अब जब भी आप PI प्रयोग करेंगे तो वह अपने value से replace हो जायेगा |अगर आप हिंदी , इंग्लिश टाइपिंग करते होंगे तो microsoft word में आपने हो सकता है है macros बनाया हो जहाँ आप shortcut key macros के माध्यम से बनाते है ताकि आपके बनाये गये macros के अनुसार किसी की में क्लिक करने पर हिंदी font select हो जाये और किसी में क्लिक करने पर दुबारा इंग्लिश | ऐसा यहाँ भी जब भी आपको PI के मान की जरूरत हो तो आपको केवल PI लिखना होगा|

आप जितनी जगह PI का प्रयोग करेगे , preprocessor compilation से पहले ही सभी macros identifires को उनके आप जो मान दे रखे होंगे उसके साथ बदल देता है | जिसका आप यह समझे कि जहाँ पर आप PI लिख रहे है वहां आप PI नही 3.14 लिख रहे है , अर्थात जब आप अपने code को compile करने के लिए प्रोसेस करेगे तो compiler को PI की जगह constant value मिलेगी|

जहाँ तक const और #define के बीच की अंतर की बात है तो #define storage के लिए memory नही लेता है , जबकि const लेता है वो क्यों आप ऊपर बताये गये महाभारत से समझ गये होंगे | नही तो कमेंट करें |

#define चेतावनी :

#define statement के अंत में semicolon ( ;) का प्रयोग कदापि न करे | यह हमने चेतावनी के अंतर्गत इसलिए रखा है क्योकि आप देखना अब भी गलती करेंगे(यह सब लोगो पर लागू नही होगा)|

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