data types in c , variable in c language in hindi

data types in c , variable in c language in hindi

Data Types , variables in c programming language in hindi

data types in c , variable in c language in hindi
  1. c programming language में data types क्या होता है

  2. c language में बेसिक डेटा टाइप ?

  3. int, float, double, char data type c प्रोग्रामिंग language में क्या होता है

  4. c प्रोग्रामिंग भाषा में format specifiers %d, %f, %c क्या होता है

  5. variable क्या होता है , variable का name देने के नियम क्या है

  6. identifier क्या होता है

  7. getch() , clrscr() का प्रयोग किसी लिए किया जाता है

Data Types :

c programming language में पूर्णांक संख्या ,छोटी दशमलव वाली संख्याओं , बड़ी दशमलव वाली संख्याओ , character आदि को स्टोर करने के लिए विभिन्न Data Types प्रदान किये गये है

तो c प्रोग्रामिंग भाषा में ये कुछ basic data types होते है

int: int को integer आप कह सकते है , इसका प्रयोग आप whole number अर्थात पूर्णांक संख्याओं के लिए कर सकते है

float:इसका प्रयोग आप ऐसी संख्याओं के लिए कर सकते है जिनमें दशमलव के अंको की संख्या 7 हो चिंता न करें बड़े numbers के लिए अगला data type हैना

double तो 7 के बाद व 15 तक की value को स्टोर करने के लिए यही वह data type है अर्थात यह दशमलव के बाद 15 अंक support कर सकता है

char : इसका प्रयोग आप एक character के लिए कर सकते है तो फिर word के लिए क्या करते है चिंता न करें वो आगे बताया जायेगा

एक बात नोट कर लीजिये फिर बाद में मत कहियेगा , ऊपर हमने जिन data types के बारे में बताया उनकी value को store के आवश्यक storage plateform के ऊपर निर्भर करता है मतलब कि चारो data types कितना space लेंगे value को store करने के लिए वह विभिन plateform के अनुसार बदलती रहती है |इसके लिए हम अभी एक प्रोग्राम बनायेंगे उसे आप अपने system में run करके चेक कर सकेंगे |

तो कौनसा data type कितना space लेता है उसको check करने के लिए c programming language में हमें built-in sizeof operator मिल जाता है जो की हमें चारो data type int, float, double, char के लिए आवश्यक memory बता देता है

तो देर किस बात की आइये प्रोग्राम देख लेते है

c language data type size उदाहरण

    
    #include<stdio.h>
    int main () {
    clrscr();
     printf("int:%d \n", sizeof(int));
     printf("float: %d \n",sizeof(float));
     printf("double: %ld \n", sizeof(double));
     printf("char: %d \n", sizeof(char));
     getch();
     return 0;
    }
    
   

जब आप ऊपर दिए प्रोग्राम को run करेंगे तो आपको आपके system के अनुसार आउटपुट देखने को मिल सकता है , तथा प्राप्त हुई value संबधित data type का bytes में size होगा

अब आइये c programming language के इस प्रोग्राम को discuss कर लेते है

printf , return,semicolon , curly brackets आदि के बारे में तो आपने पिछले पोस्ट में पढ़ चुके है तो printf statement में आपको , से अलग किये हुए दो argument दिख रहे होंगे जिनमे से पहले में किस प्रकार का आउटपुट है उसको बताने के लिए अपने से लिया गया कोई word है इस प्रोग्राम के case में हमने int लिखा है क्योकि वहां हमें int कितना space लेता है उसकी value मिलेगी और पहले argument में ही हमने format specifier(%d) लिखा है comma के right साइड दूसरा argument int का size निकालने के लिए sizeof() लिया है

जहाँ आउटपुट में हमें दूसरे size(int) की value %d; की जगह लिखी मिलेगी अर्थात %d को size(int) replace कर देगा ,

आप %d की जगल ld का भी प्रयोग कर सकते है| ld मतलब long desimal होता है

अगर आपने इससे पहले दूसरी प्रोग्रामिंग language जैसे javascript देखा होगा तो आपने boolean data type भी देखा होगा जो कि c प्रोग्रामिंग language में नही होता है

printf statement के कई अन्य format specifiers होते है , तथा जिन्हें आप conversion specifiers भी कहा सकते है | चिंता न करें format specifiers के बारे में हम अपने अन्य पोस्ट में discuss करेंगे |

variable :

variable को आप ऐसे कह सकते है कि वह memory में किसी particular area का नाम हो सकता है, जिसे आप आसानी से direct तो access नही कर सकते है इसलिए उस particular area का हम variable के माध्यम से कोई नाम दे देते है ताकि उस memory area में store की गई value को प्रोग्राम में access किया जा सके या पुनः particular memory area में प्रोग्राम की value को स्टोर किया जा सके

variable को हम एक और नाम से भी जानते है जानते है जिसे identifier कहा जाता है

variable को memory area का नाम देने के लिए कुछ standard rules है जिन्हें किसी भी परिस्थित में follow करना होता है तो आइये उन rules को पता कर लेते है

  1. आपके variable के नाम की शुरुआत letter या underscore से होना आवश्यक होता है

  2. letter या underscore से शुरुआत करने के बाद आप चाहे तो बाद में letters , digits और underscore का प्रयोग कर सकते है लेकिन शुरुआत letter या underscore से ही होनी चाहिए

  3. c प्रोग्रामिंग language के programmer दो अलग अलग words से मिलकर बने variable का नाम देने के अलग अलग तरीके आजमाते है आप भी अपने अनुसार variable name दे सकते है लेकिन सबसे common तरीका है जो ज्यादाटार programmer अपनाते है :पहला lowercase letter फिर उसके बाद underscore फिर पुनः दूसरा lowercase letter

  4. आप तीसरे rule को follow करने से स्वत्रंत है लेकिन पहले और दूसरे नियम को follow करना अनिवार्य है

चेतावनी :

c programming language में यह हमेशा ध्यान रखे जब भी कभी किसी variable का प्रयोग कर रहे हो तो पहले यह देख ले कि क्या आपने उसे data types के साथ declare कर लिया है कि नही , अन्यथा आगे आप समझदार है |

तो आपने अभी तक यह पता कर लिया है data type क्या होता है , variable क्या है होता है दोनों के नियम भी देख लिए है तो अब आइये देखते है इनका प्रयोग कैसे करते है

उदाहरण variable , data types c programming में -2

       
    int x;
    x=10;
       
   

तो आइये variable और data type को practicly समझते है :

तो सबसे पहले int data type declare किया गया है , जो कि पूर्णांक संख्या को स्टोर करेगा इसमें सभी number आ जायेंगे चाहे वह धनात्मक हो या ऋणात्मक लेकिन ध्यान दे दशमलव वाली संख्या इसमें नही आती है साथ जिन्हें आप कह सकते है भिन्नात्मक संख्याएँ भी इसमें शामिल नही होती है क्योकि वो भागफल दशमलव में generate करेगी |

फिर इसके बाद variable का नामx दिया गया , जब आप कोई value देते है इसी में memory area में value रहती है , लेकिन पहले statement में variable में कोई भी value नही दी गई है अब अगर आप इसे प्रिंट करने की कोशिश करेंगे तो यह garbage value प्रदान करेगा| इसलिए बिना कोई value प्रदान किये प्रिंट करें का प्रयास न करे

फिर उसके बाद आगली line में x variable में value 10 रखा गया है जो की x variable में memory में store हो जायेगा अब अगर आप x को प्रिंट करेंगे तो यह आपको 10 आउटपुट में दिखायेगा

अब आइये एक उदाहरण से समझते है कि आखिर इन्हें वास्तव में कैसे प्रयोग किया जाता है

data types , variable का उदाहरण examples-3



    #include <stdio.h>

    int main() {
      int x, y , z;
      float decimal_numbers= 10.20;
      char letter = 'A';
      char digit = '2';
      x = 15;
      y =  20;
      z = x+y;
      clrscr();
      printf("%d \n", z);
      printf("%f \n", decimal_numbers);
      printf("%c \n", letter);
      printf("%c \n", digit);
      getch();
      return 0;
    }

c के इस उदाहरण में नया क्या है ?

  1. c में या अन्य प्रोग्रामिंग language में एक ही declaration में same data type के कई variable declare किये जा सकते है

  2. variable के नामों के बीच comma (,) और अंत में semicolon (;) लगाना न भूले

  3. पूर्णांक संख्याओं को int data type में व दशमलव वाली संख्याओं को float data type में व character को char data type में declare करना चाहिए

  4. दशमलव वाली बड़ी संख्याओं के लिए double data type का व पूर्णांक संख्याओं वाली बड़ी संख्या के लिए long का प्रयोग किया जा सकता है

  5. अगर आप char data type में value को quote में देते है तो वह चाहे letter हो या digit वह letter बन जाता है

  6. आपने गौर किया होगा कि पिछले उदहारण में हमने केवल %d format specifiers का केवल प्रयोग किया था जबकि यहाँ पर float के लिए %f , char के लिए %c व int के लिए %d format specifiers का प्रयोग किया है ऐसा इसलिए किया गया है क्योकि पिछले उदाहरण में हमें जो आउटपुट प्राप्त हुआ था वह सभी integer format में था इसलिए %d format specifiers का प्रयोग किया गया था जबकि यहाँ पर इस उदाहरण में हमें दशमलव या float , character value print करना था इसलिए क्योकि %f दशमलव value के लिए और %c character value के लिए format specifier c प्रदान किय गया इसलिए इनका प्रयोग करना अनिवार्य है अन्यथा आपको सही आउटपुट प्राप्त नही होगा

  7. turbo c compiler में clrscr() का प्रयोग पिछले आउटपुट को clear करने के लिए किया जाता है

  8. getch() का प्रयोग output को hold करने के लिए किया गया है

अन्य जानकारी सम्बंधित पोस्ट मे विस्तार से discuss करेंगे

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