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☆★♣♡♥MAXWELL'S THERMODYNAMIC RELATION FROM
THERMODYNAMIC POTENTIAL☆★♣♡♥
उष्मागतिकी विभवों से मैक्सवेल के उष्मागतिक सबंध←
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उष्मागतिक चरों P,V,T और S एवं उष्मागतिक विभवों U,F,H तथा G की सहायता
से मैक्सवेल ने चार उष्मागतिक सम्बन्ध हासिल किये जिन्हें
मैक्सवेल
के उष्मागतिक सम्बन्ध
कहते है।
मैक्सवेल के उष्मागतिक संबंधो का निगमन←
1)मैक्सवेल का प्रथम उष्मागतिक सम्बन्ध या आंतरिक उर्जा से मैक्सवेल का प्रथम
सम्बन्ध←
क्या आप जानते है क़ि किसी निकाय(system) की internal energy) उसकी अवस्था का फलन होती है। अतः यदि
किसी system की अवस्था में अतिसूक्ष्म उत्क्रमणीय(reversible) परिवर्तन होता है तो उष्मागतिकी के
प्रथम तथा द्वितीय नियमो की सहायता से उसकी आंतरिक उर्जा में परिवर्तन
dU = TDS - PdV .............(1)
स्पष्ट है कि आंतरिक उर्जा U , एन्ट्रापी S त्यह आयतन V का फलन है।
अतः निकाय की आंतरिक उर्जा उसके आयतन तथा एन्ट्रापी का फलन होती है यानी की
U = U(S,V)
U का S तथा V के सापेक्ष आंशिक अवकलन करने पर←
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समीकरण (1) व (2) की तुलना करने पर,
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चूँकि dU एक यथावत अवकलन है
अतः
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उपरोक्त समीकरण (3) मैक्सवेल का प्रथम उष्मागतिक सम्बन्ध कहलाता है।
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